राजधानी से हो रही फोर्टीफाइड चावल की तस्करी, खुलेआम भेज रहे राइस मिल
जनता को एनीमिया जैसी बीमारियों से बचाने के लिए सरकार फोर्टीफाइड चावल राशन दुकानों से दे रही है
रायपुर : जनता को एनीमिया जैसी बीमारियों से बचाने के लिए सरकार फोर्टीफाइड चावल राशन दुकानों से दे रही है। यह चावल आम जनता को पसंद नहीं आ रहा है, लेकिन तकरीबन 1 करोड़ के चावल की तस्करी प्रतिदिन राजधानी से हो रही है। सरकारी राशन दुकानों के सामने राइस मिल में दलालों का डेरा जमा हुआ है।
फ्री का चावल उपभोक्ताओं से खरीद रहे 20 में, किचन तक पहुंच रहा 70 रुपए में :
यहां हो रही खरीदी, रामनगर इलाका :
यहां राशन दुकानों के सामने स्कूटी लेकर चार से पांच दलाल कार्डधारियों से चावल खरीदते हैं और रामनगर फर्नीचर दुकान स्थित गोदाम में शुभम नाम के तस्कर द्वारा एकत्रित किया जा रहा है। पत्रिका रिपोर्टर ने मौके पर देखा कि दिनभर में तकरीबन 100 क्विंटल चावल गोदाम में पहुंच जाता है। रात होते ही गोदाम में मालवाहक से आमासिवनी और संकरी के राइस मिलों में चावल पहुंचा देते हैं। इस कारोबार में कुछ महिलाएं भी संलिप्त हैं। इस पूरे खेल की फूड इंस्पेक्टर को भी जानकारी है।
सदर बाजार के किराना दुकान में खरीदी :
लाखेनगर चौक में चल रही खुलेआम खरीदी :
लाखेनगर में दलालों का रसूख ऐसा है कि राशन दुकान के पास ही छोटा हाथी खड़ा करके चावल खरीदा जाता है। जैसे छोटा हाथी लोड हो जाता है। उसे दिन दहाड़े आमासिवनी की राइस मिल पहुंचा दी जाती है।